राजनीतिक

आत्मनिर्भर भारत बनाने का मोदी जी का बड़ा प्रयास

वैश्विक पटल पर भारत के गौरव को पुनर्स्थापित करने वाले, "अंत्योदय से आत्मनिर्भर भारत" की संकल्पना को मूर्त रूप देने वाले, विश्व के सर्वाधिक लोकप्रिय नेता आदरणीय प्रधानमंत्री श्री Narendra Modi जी से आज नई दिल्ली में भेंट कर उत्तराखण्ड के विकास से संबंधित महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की और उनका मार्गदर्शन प्राप्त किया। 

इस अवसर पर प्रधानमंत्री जी को मुनस्यारी शॉल, मानसखण्ड मंदिर माला मिशन में शामिल जागेश्वर धाम की प्रतिकृति, उत्तराखण्ड में उत्पादित शहद एवं मिलेट्स उत्पादों को भेंट किया। साथ ही प्रदेश सरकार के एक वर्ष पूर्ण होने पर सरकार की विभिन्न उपलब्धियों पर आधारित कॉफी टेबल बुक भेंट की।

इस दौरान प्रधानमंत्री जी को G20 की तीन महत्वपूर्ण बैठकों का दायित्व दिए जाने पर सवा करोड़ प्रदेशवासियों की ओर से आभार व्यक्त करते हुए चारधाम यात्रा, आदि कैलाश और लोहाघाट स्थित अद्वैत आश्रम मायावती के लिए आमंत्रित किया। 

प्रधानमंत्री जी से जमरानी बांध बहुउद्देशीय परियोजना की वित्तीय स्वीकृति को आर्थिक मामलों की कैबिनेट कमेटी से भी कराए जाने का अनुरोध किया। साथ ही जोशीमठ क्षेत्र में भूधंसाव से प्रभावितों हेतु विशेष राहत पैकेज व हरिद्वार से वाराणसी के लिए वन्दे भारत रेल सेवा शुरू किए जाने का भी आग्रह किया।

इस दौरान प्रधानमंत्री जी को अवगत कराया कि काशी विश्वनाथ व उज्जैन महाकाल कॉरिडोर की तर्ज पर हर की पैड़ी हरिद्वार तथा ऋषिकेश कॉरिडोर पर कार्य किया जा रहा है। प्रदेश द्वारा स्टेट मिलेट मिशन का वर्ष 2023-24 से 2027-28 तक संचालन किया जा रहा है। 

इसके अतिरिक्त प्रधानमंत्री जी को राज्य सरकार द्वारा प्रदेश की आर्थिकी को सुदृढ़ करने हेतु "सशक्त उत्तराखण्ड" मिशन के बारे में अवगत कराया जिसके अन्तर्गत अगले 5 वर्षो में GSDP को दोगुना करने का लक्ष्य रखा गया है।

प्रधानमंत्री जी को केदारनाथ और बदरीनाथ धाम के विकास कार्यों की जानकारी देते हुए यह भी अवगत कराया कि मानसखण्ड मंदिर माला मिशन के अन्तर्गत कुमाऊँ के 48 मंदिरों व गुरूद्वारों को चिन्हित कर प्रथम चरण में 16 मंदिरों को विकसित करने की प्रक्रिया गतिमान है।

प्रधानमंत्री जी से पिथौरागढ़ के नैनी सैनी एयरपोर्ट के संचालन व इसके विस्तारीकरण के दृष्टिगत हवाई अड्डे को भारतीय वायुसेना को हस्तांतरित किए जाने हेतु अनुरोध किया।